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देश हमारा एक है / बालकृष्ण गर्ग
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देश हमारा एक है
मज़हब अलग अलग है
लेकिन देश हमारा एक है
हम सब एक देश के वासी
यही हमारा काबा – काशी .
यहीं मरेंगे यहीं जियेंगे
भाग्य सितारा एक है
देश हमारा एक है .
हिंदू-मुस्लिम-सिख-ईसाई
रिश्ते में हैं भाई भाई
किश्ती अलग-अलग है बेशक ,
किन्तु किनारा एक है
देश हमारा एक है .
कभी ईद है कभी दिवाली
रहती यहाँ सदा खुशहाली
नज़र भले हीं अलग अलग है
मगर नज़ारा एक है
देश हमारा एक है .
जुदा न कोई कर पाएगा
करने वाला पछताएगा
हम अखंड भारत के प्रहरी
सबका नारा एक है
देश हमारा एक है .
कदम मिलाकर सदा बढ़ेंगे
नए नए परवान चढेंगे
एक ओर बहना है सबको
सबकी धारा एक है
देश हमारा एक है .