Last modified on 22 फ़रवरी 2011, at 04:37

द्रिष्टी-भेद / सांवर दइया

गंभीर हुर’र
म्हैं कैवूं-
आखर री औकात
भव री लात !
मुळक’र
बै कैवै-
आखर री औकात
रूस्योड़ै टाबर री लात !