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धरती के छाती फाटै काँपै छै लोर गे / राजकुमार
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धरती के छाती फाटै काँपै छै लोर गे
मटमैलोॅ अंचरा मांगै सुरजोॅ से भोर गे
आसलॉे तबासलोॅ सुखलोॅ टूसा रं ठोर गे
मरूवैलोॅ पत्ता-पत्ता, टुटलोॅ छै डोर गे
कांटा रं रौदा-रौदा, लहकै छै टोर गे
उधियैलोॅ हावा-हावा, तोड़ै पीर-पोर गे
मुरझैलो बॅसुरी, बगिया, लंहगा-पटोर गे
झुरमैलॉ क्यारी-क्यारी, चिरईं के शोर गे
ममता लोरैली मांगै, कुसुमी ईंजोर गे
चुनमुन चिरैया चहकै, ललियैलोॅ कोर गे