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धरमधाद / पूरण पंत 'पथिक'
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को मनूं स्यौ धरमधाद ?
कुजाण।
क्यांकि प्वड़णी स्या धरमधाद ?
कुजाण।
किलै मनूं धरमधाद ?
कुजाण।
कै खुणि मनूं धरमधाद ?
कुजाण।
कब बटि प्वड़णी च धरमधाद ?
कुजाण।
क्वी सुणणू होलो धरमधाद ?
कुजाण।