भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
धर्म / सुरेश बरनवाल
Kavita Kosh से
हिन्दी शब्दों के अर्थ उपलब्ध हैं। शब्द पर डबल क्लिक करें। अन्य शब्दों पर कार्य जारी है।
धर्म की अफीम
उगाते रहे
खिलाते रहो।
यह नशा बहुत जरूरी है
उनके लिए
जिनका पेट कूकता है
जिनके शब्दों में भंवर उठते हैं।
नशे में पलने वाली नस्लें
कभी प्रश्न नहीं करती
और तुम
धर्म के
विकास के
झूठे गीत
हमेशा गा सकते हो