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धुँआ (8) / हरबिन्दर सिंह गिल
Kavita Kosh से
धुएँ का सबसे बड़ा दुश्मन
तर्क संगत होना है
क्योंकि, उसे तथ्य नाम की चीज से
बहुत डर लगता है ।
इसीलिए, रूढ़िवाद का ले सहारा
कर नफरत की खेती
कांटे ही कांटे बो देता है
समाज की हर गली कूचे में
ताकि सच्चाई की परछाई
उसे कहीं नग्न न कर दे ।
यह सब इसलिए होता है
उसे जमीर नाम की चीज से
बहुत डर लगता है
क्योंकि वह हमेशा तर्क-संगत होती है ।