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धूप-छाँव / विष्णु नागर
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					हमने सोचा
हमारे घर में धूप जरूर आनी चाहिए
फिर लगा 
नहीं, छाँव जरूर आनी चाहिए
फिर लगा कि नहीं 
पहले घर तो हो 
जहाँ धूप होगी, वहाँ छाँव भी चली आएगी।
	
	