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धूल / डेनिस ब्रूटस / नरेन्द्र जैन
Kavita Kosh से
वे
सारे मृतक
जो सोवेटो, शार्पविल और सोबोकॅग की
धूल भरी गलियों
और दूसरी तमाम उदास, उपेक्षित जगहों के नीचे
दफ़न हैं
वहाँ उगे नई हरी घास
पौधे और झाड़ियाँ फूलों की
मृतकों की धूल से उठे
एक नया परिदृश्य
सरसब्ज़, खुशबुओं से लैस
और ख़ुशगवार तआज्जुब से भरा
अँग्रेज़ी से अनुवाद : नरेन्द्र जैन