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धोॅर गुज गुज अन्हारोॅ से भरथैं रहेॅ / बैकुण्ठ बिहारी

धोॅर गुज गुज अन्हारोॅ से भरथैं रहेॅ
द्वार दीया जरैला सें की फायदा
मैल मन में परत पर परत जों जमै
देह साबुन लगैला सें की फायदा

जतनैं दुनियाँ के दूरी घटै छै
दिल संे दिल दूर ओतनै हटै छै
आदमी आदमीयत सें गिरथैं रहेॅ
सरंग सीढ़ी लगैला सें की फायदा

हिन्दू मुस्लिम ईसाई भरम छै
प्रेम सें नै बड़ोॅ कोय धरम छै
प्रेम के जल में घुलथैं रहेॅ जों जहर
मन्दिर-मस्जिद बनैला सें की फायदा

दान जूता हुवेॅ गाय मारी
बनेॅ मन्दिर मड़इया उजारी
लोर दुखिया के भुलियो न पोछेॅ कभी
ऐहनोॅ पुन्ये कमैला से की फायदा

वहेॅ दुनिया में असली बहादुर
प्रेम संे जीतेॅ दुश्मन के दिल उर
भीतर-भीतर जों आगिन सुलगथैं रहेॅ
झूठ धाके जमैला सें की फायदा
सैंतालिस के लल्हकी किरनियां
कैद महलोॅ मंे कौनें करलकै रनियां
आजादी जों महलै के दासी बनेॅ
तेॅ लहुवे बहैला सें की फायदा
बिहारी धरती केॅ ऊपर उठावोॅ
कुछु सरंग केॅ नीचेॅ झुकावोॅ
ठोकर गिरलका जों खैथैं रहेॅ
उठल्है केॅ उठैला सें की फायदा