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नई बस्ती / लालित्य ललित
Kavita Kosh से
ऐसा क्यों होता है
मृत्यु को करीब देख
देह को छोड़ना
नहीं चाहता मन
रे मन
चल उस ओर
जहां है एक
नया नील गगन
नई बस्ती
और यह रहा तुम्हारा
आवंटित नंबर
मन देखता रहा
शरीर खामोश पड़ा है
आसमान में
चमकी बिजली
यानी
आप का पंजीकरण हो
चुका है ।
नेक्स्ट प्लीज !