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नए साल का गीत / प्रकाश मनु
Kavita Kosh से
उठो-उठो भाई, उठो-उठो
मन में ताजा जोश भरो,
कोई बढ़िया काम करो
काम करो, हाँ, काम करो,
फिर थोड़ा आराम करो।
धरती से अंबर तक फैला
सात रंग का इक रूमाल है!
हाँ-हाँ, आया नया साल है!
गाओ भाई, प्यारे गाने,
गाने मीठे और सुहाने।
जिनको सुनकर सारे चहकें
झूमें-झामें, थोड़ा बहकें।
हँस-हँसकर सब नाचें-गाएँ,
बड़े मजे की तान उठाएँ।
नभ में देखो, कैसा सुंदर
सोने जैसा सजा थाल है,
आया-आया नया साल है!