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नदी का उड़ना / रेखा चमोली
Kavita Kosh से
एक नदी
उड़ी उड़ी उड़ी
उसके साथ उड़े
मछलियां, घोंघे, सांप, कछुए, कमल, मगरमच्छ
नदी को उड़ता देख
चिड़ियाएं चौंकी
बादल मुस्कुराए
इन्द्रधनुष ठिठका
सूरज चमका.........और तेज
नदी देर..........शाम लौटी
थकी-थकी नदी
रात भर चुपचाप बहती रही
सुबह के अखबार में
नदी के उड़ने की खबर पढ़कर
हुए सब हैरान।