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नदी जमुना के अैले पैले पार सजन दल मेलियो / बुन्देली
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बुन्देली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
नदी जमुना के अैले पैले पार सजन दल मेलियो।
प्रभु दीन के आप दयाल दया मोपै कीजिये।
मोरे न भोजन पकवान अँजुलि जल पीजियो।
मोरे न दान दाइजौ कहा देख रीझियो।
प्रभु दीन के आप दयाल...
मोरे सियाजू के प्रान प्यारे कौशल्या माते दीजियो।
मोरी हाथ जोर विनय सुन लीजियो।
दया मोपै कीजियो।