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नाखून चबाना बुरी बात है / अवधेश्वर प्रसाद सिंह
Kavita Kosh से
नाखून चबाना बुरी बात है।
दिल तोड़ जाना बुरी बात है।।
शरमाने के तो बहुत ढंग हैं।
परदा हटाना बुरी बात है।।
ख़ामोश होकर रहो रंग में।
रंजिश में आना बुरी बात है।।
निकलो नहीं तू अकेले कहीं।
इज्जत गँवाना बुरी बात है।।
तिरछी नज़र से न देखा करो।
नज़रें चुराना बुरी बात है।।
अपने सजन से मिलो प्यार से।
तकरार करना बुरी बात है।।