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नाना / चार्ल्स बुकोवस्की / अनिल जनविजय

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उसे दस देशों के 200 पुरुषों ने भोगा है
पाँच ने आत्महत्या कर ली
और तीन पूरी तरह से पागल हो गए ।
हर बार जब वो किसी नए शहर में जाती है
दस आदमी उसका पीछा करने लगते हैं ।

अभी वो मेरे सोफ़े पर बैठी हुई है
उसने छोटी नीली पोशाक पहन रखी है
और वो काफ़ी स्वस्थ,
हँसमुख और जीवन्त दिखाई दे रही है
यहाँ तक कि वह बेहद भोली-भाली लगती है
"किसी भी मर्द में मेरी दिलचस्पी ख़त्म हो जाती है,"
उसने कहा
"जैसे ही वह मेरा ख़याल रखना
शुरू करता है ।"

मैंने उसका जाम फिर से भर दिया
वो अपनी पोशाक ऊपर की तरफ़ खींचती है
और दिखाती है अपना काला जाँघिया ।
"क्या ये सेक्सी नहीं लग रहा है ?" वह पूछती है,
मैंने उसे बताया कि हाँ, सेक्सी है तुम्हारा जांघिया ।

वो उठ खड़ी होती है, पूरे कमरे में घूमती है
घूमती है मेरे बेडरूम और बाथरूम में
फिर जल्दी ही मुझे
टॉयलेट में पानी गिरने की आवाज़ सुनाई देती है ।

उसका नाम नाना है और वो
हमारी इस धरती पर रह रही है
पिछले पाँच हज़ार साल से ।

अँग्रेज़ी से अनुवाद : अनिल जनविजय

लीजिए, अब यही कविता मूल अँग्रेज़ी में पढ़िए
         Charles Bukowski
                   Nana

She has fucked 200 men in ten
states
5 have committed sucide
3 have gone entirtly mad.
every time she moves to a new city
10 men follow her.

now she sits on my coach
in a short blue dress
and she seems
quite healthe and chipper
even looks innocent.
" I lose intrest in a man,"
she says
" as soon as he begins to care for
me."

I refill her drink
as she pulls her dress up,
shows me her black panties.
"don't these look sexy?" she asks,
I tell her that they do look sexy.

she gets up, walks across the room
through my bedroom and into the bathroom
soon I hear the toilet flush.

her name is Nana and she has been living on
earth for the past
5,000 years.

1977