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नानी-सी मांजरी मालवऽ गई मालव सी लाई माटी / निमाड़ी

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

नानी-सी मांजरी मालवऽ गई, मालव सी लाई माटी,
माटी का बणाया हत्थी, हत्थी चलऽ आणा बाणा,
माटी का माय टुलेक दाणा।