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नानी गेलौ पानी भरेॅ / अमरेन्द्र

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नानी गेलौ पानी भरेॅ, भात भेलोॅ गील
दौड़बे तेॅ दौड़ नै तेॅ मारबौ दू कील।

मारबौ कैहिनें नी बाबू तोहरे छौं राज
जेबिये में कानून छौं, जेबिये में ताज
पैसा के जोर छौं, की थाना के डोॅर
कोटो-कचहरी सब तोहरे तेॅ घोॅर
मारोॅ-जुतयाबोॅ; के सुनतै अपील
सहले तेॅ ऐलोॅ छी तोहरोॅ दू कील ।

बचपन सेॅ लै केॅ जुआनी तक आज
तोहरे तेॅॅ डेढ़ी पर करलेॅ छी काज
दादा-परदादा सब घरोॅ के जोॅन
तोहरे तेॅ राखलेॅ ऐलोॅ छौं सब मोॅॅन
बढ़ले ही गेलोॅ छौं पाबी केॅॅ ढील
मारभोॅ कैह्नें नी तोंय हमरा दू कील ।

मारोॅ या जारोॅ, नै दौड़बौ पर आय
हेनोॅ की भुखलोॅ रही केॅॅ कमाय
हमरे नी मेहनत पर तोहरोॅ ई शान
कत्तेॅ दिन टिकलोॅॅ छै केकरोॅ गुमान
पुरथौं दू हाथ, भले दौड़ोॅ दू मील
छोड़ोॅ सपनैबोॅ ई, मारबौ दू कील ।