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नाम.. / ॠतुप्रिया
Kavita Kosh से
जे करणौ चावै
आखै जग में
चोखा काम
अर
कमावणौ चावै
नाम
तद
मन रै
घोड़ै री
दिमाग स्यूं
कस’र राख
लगाम।