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निंदिया प्यारी, आ जा तू / शकुंतला सिरोठिया
Kavita Kosh से
निंदिया प्यारी, आ जा तू,
मुन्ने को बहला जा तू।
तुझको खील-मिठाई दूंगी
दूंगी नए खिलौने,
लाल सुनहरी चुनरी दूंगी
नई मंगाई मैंने।
राग सुरीले, आ जा तू,
निंदिया प्यारी, आ जा तू!