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निकलो नऽ सासु स्वागल, पड़छ्यो जाजो माँझा / पँवारी
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पँवारी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
निकलो नऽ सासु स्वागल, पड़छ्यो जाजो माँझा।
बेटा पड्छय राजा दशरथ को पड़छ्यो जाजो माँझा।
सुपड़ा बन्यो मैया बास को पड़छ्यो जाजो माँझा।
दीया बन्यो मैया कनकी को पड़छ्यो जाजो माँझा।
बत्ती बनी मैया रेशमअ् की पड़छ्यो जाजो माँझा।
नांदड़ बन्यो मैया कनकी को पड़छ्यो जाजो माँझा।
मुस्सर बन्यो मैया खइर को पड़छ्यो जाजो माँझा।