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नीम का पेड़ / सरोजिनी कुलश्रेष्ठ
Kavita Kosh से
खड़ा हुआ मेरे आँगन में,
पेड़ बड़ा है नीम का।
पेड़ घना है नीम का,
पेड़ हरा है नीम का।
आओ इसके नीचे खेलें,
कई तरह के प्यारे खेल।
कभी बने हम मोटर गाड़ी,
कभी बने हम भी एक रेल।
झूमा करता खूब हवा में,
पेड़ा बड़ा यह नीम का।
पेड़ घना है नीम का,
पेड़ हरा है नीम का।