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नीम का फूल / असंगघोष
Kavita Kosh से
चिड़िया को
पीने रखे थे
माटी के कटोरे
पानी भर
चहारदिवारी पर
लटकाया था
एक कटोरा
नंगे खम्भे से
इन सब पर
रंग-बिरंगी
चिड़ियाएँ आतीं
दो बार
चोंच डुबा
पी जातीं पानी
अपनी अदाओं को
मेरे कैमरे में
कैद कराती इठलाती
उड़ जाती
आज अनायास
कटोरे के कोरों पर
एक छोटा-सा
सफेद फूल व्यूफाइंडर से
दिख गया
उसे पास जा पहचाना
वह था
कड़वाहट से परिपूर्ण
खूबसूरत
नीम का फूल।