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नूंवौं इतिहास / दुष्यन्त जोशी
Kavita Kosh से
सुणै नीं
आभै में काईं तकावै
म्हारै कन्नै आ
अर म्हारी सुण
आपां प्रेम रो
नूंवौं इतिहास रचां
आपां हीर-रांझै
अर सोहणी - महिवाळ सूं
कीं अळगा दिखां
आपां आप आपरै
ब्याव पछै
आपरै जोड़ीदार रै
प्रेम में
इत्ता रमज्यावां
कै फेर आपां
अेक - दूजै नै
कदी नीं याद आवां।