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नेताजी / गुरेश मोहन घोष
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जीबूँ कहलकै, नेता जी!
एत्तेॅ बड़ भोंट बड़ा भद्दा लगै छौं।
हुनी कलकै बेटा!
यही लेली तेॅ हमें राजनीति गछलेॅ छी।
छो पसेरी के टेंग
जीबूँ कहलकै, बाबा!
बेंगोॅ केॅ काहीं छोॅ पसेरी केॅ टेंग होय छै?
कहलियै, हों बेटा-
ब्लाकोॅ मंे मारलोॅ एक
जिला परिषद में मारलोॅ दू
विधान सभा में मारलोॅ चार
आरो संसद में मारलोॅ बेंगोॅ के
छोॅ छोॅ पसेरी के टांग होय छै।