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नै कोय हिन्दू नै कोय मुस्लिम / जयप्रकाश गुप्ता
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नै कोय हिन्दू नै कोय मुस्लिम
नै कोय आरो ईसाई
प्रेम के डोरी सें सब बन्हलोॅ
दिखै नै कन्हौ खाई
शांति हमरोॅ खेत-बगीचा
जहाँ सदा हरियाली
ममता रोॅ छाया में जैठां
पसरै छै खुशियाली
ई देशोॅ लेॅ खरचा करवै
उमिर के पाई-पाई
एक यही आह्वान छै हमरोॅ
घर-घर अलख जगावोॅ
विश्व-बन्धू के भावोॅ सें
सृष्टि केॅ केन्हौ बचावोॅ
ई अभियान रुकेॅ नै केन्हौं
घटेॅ नै ई गरमाई