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नोटबंदी-2 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय
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बुआर नें
बुआरनी सें कहलकै
होय गेलै आधोॅ रात
चलोॅ-चलोॅ नदी किनारा
सिक्का नै
हजार-पांच सौ के नोट पैबै
आय भरपेट खैबै।
ई/आठ नवम्बर/१६ कभी नै भुलवै।