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नौकरनी / सरोज कुमार
Kavita Kosh से
फिर उसका खत आया है,
इस बार भी
डायरेक्टर ने उसे
तमाम योग्यताओं
के बावजूद
मैनेजर नहीं बनाया!
मैं फिर उसे
वही लिख रहा हूँ,
कि नौकरी छोड़ दे!
कोई औरत अपने से
सुन्दर नौकरनी को
घर नहीं सौपती!