भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
न्याय की कुरसी / केदारनाथ अग्रवाल
Kavita Kosh से
न्याय की कुरसी में लगा है एक यंत्र
शताब्दियों पुराना
प्राचीन धातु का बना
सामायिक औचित्य से अजान
अतीतधर्मी
संज्ञान
जाँचता है वर्तमान।
रचनाकाल: १९-०६-१९७०