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न आदमी है / केदारनाथ अग्रवाल
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‘न आदमी है
न आदमी का बच्चा
क्लर्क है
सुअर का बच्चा’।
ऐसा कहा
अफसर ने
चैम्बर में
-अपनी देह देखते हुए-
और हँस पड़ा
रचनाकाल: १८-०१-१९६८