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पंचायती सूं पैली / हरीश बी० शर्मा

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कांई, जमानै री बात करो हो ?
बात नीं सा
राड़ मांडो हो
भूलै सूं
फेरूं कदै ना करीज्यो
इसो काम।
ना राखीज्यो
इसो बैम।
पैला घर में तो
भारत ठीक चला लो
फेर आस-पड़ोस री भींतां में
कान लगाया,
पंचायत करण नै।