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पकिस्तान मिटाना है / शिशुपाल सिंह यादव ‘मुकुंद’

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दुश्मन ने मनुष्यत्व छोड़ कर,किया देश का है गारत
आज अठारह वर्षों तक,यवनो का मचा महाभारत
समझ पड़ौसी बहुत सहे अब,हमने भी यह ठाना है
गरज-गरज कर बरसो तोपो, पाकिस्तान मिटाना है

पुत्र बिना माता रोटी है,बहिन पुकार रहा भाई
क्रूर अय्यूब आर्त वाणी सुन,खड़ा कसाई की नाइ
नाहक झोक दिया जन-रणमें,उसको सबक सिखाना है
गरज-गरज कर बरसो तोपो, पाकिस्तान मिटाना है

नेता भूल न जाएँ प्राण को,विजित विभाग हमारा है
दूध कभी न पिलाओ फिर से,पाक सर्प हत्यारा है
सत्य हेतु मर मिटाना प्रतिपल,यही हिन्द का बाना है
गरज-गरज कर बरसो तोपो, पाकिस्तान मिटाना है

गीदड़ ने सिंहो को छेड़ा,कैसी अजब कहानी है
शूरों से कायर लड़ सकता,कैसी यह नादानी है
भारतीय सैनिक सीमा पर, एक ऍन जनु राणा है
गरज-गरज कर बरसो तोपो, पाकिस्तान मिटाना है

टेंक फटे फट जाए भुट्टो,भुने उसको झट आगी
खप्पर में डालें अय्यूब को,अब तो रण चण्डी जागी
काटा-फटा दुखिया भारत है,उसे अखण्ड बनाना है
गरज-गरज कर बरसो तोपो, पाकिस्तान मिटाना है