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पटापट / राजूराम बिजारणियां

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अमूझतै बादळ री
कूख सूं

धरती पर आई
नान्ही सी छांट रै मिस

अलेखूं मूंडां माथै
पसरी मुळक

खावण लागी गरणेटा
चिंतावां रै ओळै-दोळै

लारो-लार पड़ता
गड़ां री ‘पटापट’ सूं !