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पट्टी / पंकज सुबीर
Kavita Kosh से
न्याय की देवी
क्यों बाँधती है पट्टी
अपनी आँखों पर
क्यों नहीं देखना चाहती है
वो कुछ भी
गांधारी भी तो बाँधती थी
ऐसी ही पट्टी
पट्टियाँ अक्सर बनती हैं
कारण महाभारत का
तो
प्रतीक्षा कीजिए...