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पत्र और ग्रिटिंग / नासिर अहमद सिकंदर
Kavita Kosh से
हम पत्रों पर करते विश्वास
मां का पत्र
पिता का पत्र
भाई का पत्र
बहन का पत्र
पत्र
मित्रों और
रिश्तेदारों का
हम
पत्रों पर करते विश्वास
क्योंकि पत्रों के शब्दों में
होती आत्मीयता
लिखावट से पता चलती
प्रेषक की तन्मयता-तल्लीनता
यहाँ तक कि
इसमें ही झलकता
लिखने वाले का चेहरा
सुख का
दुख का
आर्चीज !
हमारी संवेदना का
हरण किया तुमने !