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परबस पड़ल कन्हैया गे दैया / मैथिली लोकगीत

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मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

परबस पड़ल कन्हैया गे दैया
मोहन मुरली बजैया
चैत-बैशाख के रौद लगतु हैं
सभ सखि बेनिया डोलैया। परबस...
जेठ अखाढ़ के बुन्द बरसि गेल
भीजैत हेता कन्हैया गे दैया। परबस...
साओन-भादव के नदिया उमड़ि गेल
खेबथि कृष्ण-कन्हैया गे दैया। परबस...
आसिन-कातिक के पर्व लगतु हैं
सभ सखि गंगा नहैया गे दैया। परबस...
अगहन-पूसक साड़ि लुबुधि गेल
भोगहु ने आयल कन्हैया गे दैया। परबस...
माघ-फागुन के रंग उड़तु हैं
खेलहु ने अयला कन्हैया गे दैया। परबस...