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पर्वत पिघल पड़ा तो पानी को आन क्यूं है? / भावना

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पर्वत पिघल पड़ा तो पानी को आन क्यूं है?
गुमसुम नदी के भीतर ऐसा उफान क्यूं है?

अमृत के बदले जिसको केवल गरल मिला हो,
तुम पूछते हो उसकी तीखी जुबान क्यूं है?

मेरा ही वोट लेकर बैठा है बन के नेता
उस आदमी की ख़ातिर ऊंची मचान क्यूं हैं?

सच जीतता है अक्सर, सब ऐसा मानते हैं
फिर कठघरे के भीतर झूठा बयान क्यूं है?

बच्चे ये पूछते हैं मंदिर की सीढ़ियों पर
जो प्रार्थना है मेरी, उसकी अज़ान क्यूं है?