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पळको / सांवर दइया
Kavita Kosh से
सोळै बरसां तांई
आकरै तावड़ै में ऊभो रैवणो
आ उम्मीद लियां
कै एक दिन तो
पंखै हेठै कुरसी
मिलैला ई !