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पहचान / भानुमती नागदान
Kavita Kosh से
सोने की परख
कसौटी पर घीस कर
तेज़ाब लगाकर होती है
मनुष्य की परख
धर्म की कसौटी
न्याय की कसौटी
इमान की कसौटी
प्रेम की कसौटी
और अन्य कसौटी पर परखा
तेज़ाब भी लगाया
फिर भी पहचान ना हो सकी
ब्रह्मा जी भी हार गये ।