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पहले एक चाँद जरूरी है / लीलाधर जगूड़ी
Kavita Kosh से
एक आकाश पहाड़ की चोटी पर
एक गड्ढे में
आकाश दोनों हैं
फर्क चाँद सितारों का है
पहली बार यहाँ तलैया थी
दो चाँद दिखे थे
प्लेट और परात में भी
दिख सकता है चाँद
अगर पानी हो
पानी हो और चाँद न हो तो?
चाँद दो भी हो सकते हैं और दस भी
पर अनुभव के आकाश में
पहले एक चाँद जरूरी है
तभी दिखेगा कोई चाँद
अनुभव के पाताल में भी
कहीं एक चाँद जरूरी है
चार चाँद लगाने के लिए
क्योंकि जो छोटा हो और बड़ा हो जाय
बड़ा हो जाने पर भी छोटा हो जाय
जो होते हुए भी गायब रह सके
और गायब रहकर भी चमक जाय
अनुभव के पाताल के लिए भी
अनुभव के आकाश में
पहले एक चाँद जरूरी है।