पागलों के अस्पताल में / शुभम श्री
पीले सूट वाली औरत को लगता है पड़ोसियों ने उनकी वीडियो बना ली
जो वाट्सएप पर ऑल इण्डिया घूम रही है
बुर्के वाली औरत परेशान है पति से जो रोज़ रात को छत पर चला जाता है
किसी गुप्त प्रेमिका से मिलने
बैसाखी के सहारे खड़े बूढ़े को दौरे पड़ते हैं और वह चीख़ता है
मुझे मत मारो बेटा
गोल चेहरे वाले सुन्दर लड़के को नींद नहीं आती रात भर
लाल फ्रॉक वाली छोटी बच्ची बोलती नहीं कुछ
बींधने वाली आँखों का समन्दर है जिनकी लहरें किसी जलती हुई भट्टी से आती मालूम होती हैं
पालतू बिल्ली की मौत से अवसादग्रस्त लोग भी उतने ही परेशान हैं
जितने यू०पी०एस०सी० के असफल प्रतियोगी
प्रियजनों की निर्मम हत्याओं से जड़ लोग
युद्ध की विभीषिका से बच कर भागे शरणार्थी
अस्पताल के लॉन में सर्दियों की गुनगुनी धूप सेंक रहे गार्ड मरीज़ों के सम्बन्धियों को पागलपन की दास्तानें सुना रहे हैं
जिन्हें कुत्ते भी बड़ी कौतूहल भरी दिलचस्पी से सुन रहे हैं
जैसे उन्होंने कभी पागल होकर किसी को काटा ही नहीं
और इन सबसे बेख़बर कैपेचीनो पी रही
वह नीली आँखों वाली डॉक्टर बर्गर खाती हुई
कई जोड़ी जड़ आँखें चुपचाप उसे देख रहीं
खाते हुए