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पाणिग्रहण / एकांत श्रीवास्तव

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जिसे थामा है
अग्नि को साक्षी मानकर
साक्षी मानकर तैंतीस करोड़ देवी-देवताओं को
एक अधूरी कथा है यह
जिसे पूरा करना है

इसे छोड़ूंगा तो धरती डोल जाएगी ।