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पानी का मतलब / प्रेमशंकर शुक्ल
Kavita Kosh से
पानी का मतलब
दुनिया को मतलब देना है
और आदमी को बचाना है
मतलबी होने से
पानी का मतलब
एक तिहाई भू-भाग है
लेकिन घूँट भर की प्यास को
सूखने नहीं देना उससे भी बड़ी चुनौती है
पानी का मतलब
कविता में तैनात मतलब को छुट्टी देना है
पानी का मतलब
‘ठण्डा मतलब कोका कोला' नहीं
प्यास की वर्तनी को
बाज़ार बना देने की प्रवृत्ति के
ख़िलाफ़ होना है !
सख़्त ख़िलाफ़ !!