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पानी से ही जाना / प्रेमशंकर शुक्ल
Kavita Kosh से
पानी में
सुन्दर कविता
पानी में
बड़ी कहानी
पानी-पानी-पानी
पानी में अपनी पीड़ा
पानी में अपना प्यार
पानी से ही जाना
दुर्गम से होना पार