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पानी / अशोक शुभदर्शी
Kavita Kosh से
बचलोॅ छै
पोखर में
थोड़ोॅ पानी
बचलोॅ छै पोखर में
जतनां टा पानी
बचलोॅ छै
ओतने टा तालाब
बचलोॅ छै
गंगा में
थोड़ोॅ टा पानी
बचलोॅ छै
गंगा में जतनां टा पानी
बचलोॅ छै
ओतने टा गंगा।