पावन मास (लघु कविता)
पावन का मास लगा सावन सुखदायी
घरती ढ़कती अनन्त हरियाली छाई
धूमी धनधोर गगन में काली बदरी
प्रिय ने बन निठुर सखी सुध-बुध बिसराई
( कविता से )
पावन मास (लघु कविता)
पावन का मास लगा सावन सुखदायी
घरती ढ़कती अनन्त हरियाली छाई
धूमी धनधोर गगन में काली बदरी
प्रिय ने बन निठुर सखी सुध-बुध बिसराई
( कविता से )