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पिताक थापड़ - 1 / अविरल-अविराम / नारायण झा
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पिताक थापड़
हमरा गाल पर
लागल बहुत जोरसँ
पिताक हिसाबे
ओहि थापड़सँ
झमा जेबाक चाही हमरा
मुदा गाल बिनु छिपने
जतबए चोट
करबाक छल ग्रहण हमरा
ओतबए लागल चोट।