Last modified on 29 अगस्त 2017, at 19:32

पिताक थापड़ - 1 / अविरल-अविराम / नारायण झा

पिताक थापड़
हमरा गाल पर
लागल बहुत जोरसँ
पिताक हिसाबे
ओहि थापड़सँ
झमा जेबाक चाही हमरा
मुदा गाल बिनु छिपने
जतबए चोट
करबाक छल ग्रहण हमरा
ओतबए लागल चोट।