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पिता और सूर्य / अमृता भारती

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हम यहाँ अकेले रह गए
हम सब
या सिर्फ़ मैं --

और वे चले गए
यह कहकर
हम 'नई सृष्टि' में आएँगे

पिता और सूर्य
चले गए
इतने बड़े अन्धेरे में
एक छोटा-सा दिया रखकर ।