भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
पिता को फ़ुर्सत नहीं / संजय चतुर्वेदी
Kavita Kosh से
बच्चा ऊपर हवाई जहाज की तरफ़ इशारा करता है
पिता की उंगली पकड़े
गर्म सड़क पर नंगे पाँव चलते हुए
पिता को फ़ुर्सत नहीं
हवाई जहाज के बारे में सोचने की
हवाई जहाज निकल जाता है
बच्चा इशारा करता है उस तरफ़।