भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

पिता / स्वरांगी साने

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

पिता की उम्र क्या
उतनी जो थे हमारे साथ
या उतनी
जितनी बार हँसे साथ
या कम किए उन्होंने हमारे दुःख

पिता की उम्र आकाश जितनी
या फिर समन्दर
जीवन का स्नेह-जैसे सूर्य
या मन को शान्ति-जैसे चन्द्र
पिता की उम्र बड़ी
या उम्र से बड़े पिता

चले गए थे बिना बताए
शायद जल्दी में थे
इसलिए नहीं बता पाए तब
वे अपनी उम्र

पिता की उम्र इतनी छोटी जैसे साँस
या बड़ी इतनी
जितनी आस।