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पियक्कड़ / मोनिका कुमार / ज़्बीग्न्येव हेर्बेर्त
Kavita Kosh से
पियक्कड़ वे लोग होते हैं
जो एक ही घूँट में गिलास के पेंदे तक पी जाते हैं।
लेकिन तब वे घबरा जाते हैं
क्योंकि तल में उनको फिर से अपनी छवि दिखाई देती है।
बोतल के काँच में से उनको दूर-दराज के देश दिखाई देते हैं।
अगर उनके सिर ताक़तवार होते और उनका स्वाद बेहतर होता
तो वे खगोल विज्ञानी होते।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : मोनिका कुमार